introduction to computer कंप्यूटर एक परिचय

कंप्यूटर क्या है ? What is Computer ? 

कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्टॉनिक मशीन है जो डाटा तथा निर्देशों को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है , निर्देशों के अनुरूप उनका विश्लेषण करता है तथा आवश्यकता परिणामो को निश्चित प्रारूप मैं ऑउटपुट के रूप में निर्गत करता है | यह डाटा निर्देश (सॉफ्टवेयर) तथा परिणामो को स्टोर भी करता है ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके | यह डाटा के भंडार तथा गति और त्रुटि रहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है | 

  1.1 परिभाषा (Definition)
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार कंप्यूटर एक सुवचलित इलेक्टॉनिक मशीन है जो अनेक प्रकार की तर्कपूर्ण गणनाओ के लिए प्रयोग किया जाता है | 
कंप्यूटर एक इलेक्टॉनिक मशीन है जो इनपुट के रूप में डाटा स्वीकार करता है दिए गए निर्देशों के अनुसार डाटा को प्रोसेस कर उसे सुचना में बदलता है डाटा तथा सुचना को भविष्य मई प्रयोग के लिए स्टोर करता है तथा प्रोसेसर किये गए परिणामो को आवश्यकतानुसार आउटपुट के रूप मई निर्गत करता है | 

 


इस प्रकार कंप्यूटर के बुनियादी कार्य है  - - 
  •  डाटा को इनपुट के रूप मै सुविकर करना 
  • डाटा को दिए गए निर्देशों के अनुरूप प्रोसेस कर सुचना मै बदलना 
  • डाटा और सुचना को भविष्य मै उपयोग के लिए स्टोर करना 
  • सुचना का विश्लेषण कर आउटपुट के रूप मै निर्गत करना 

1.2. कंप्यूटर सिस्टम के घटक (Components of com-puter system):- 
        computer का प्रयोग घटक या तो हार्डवेयर है या सॉफ्टवेयर किसी भी कंप्यूटर सिस्टम को मुख्यतः तीन भागो मै बाटा जा सकता हैं -

  1. हार्डवेयर 
  2. सॉफ्टवेयर 
  3. डाटा 
1.2.1. हार्डवेयर (Hardware) :- 
     कंप्यूटर मशीन का वह भौतिक भाग जिसे हम देख छू कर महसूस कर सकते है , हार्डवेयर कहलाते है जैसे - कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर , सी पी यू  प्रिंटर हार्डडिस्क मदरबोर्ड प्रोसेसर स्पीकर आदि | 

1.2.2. सॉफ्टवेयर (softwere) :-  
    अनुदेशों और प्रोगामों का समूह जो कंप्यूटर को यह बतलाता है की उसे क्या और कैसे करना है | सॉफ्टवेयर कहलाता है  | 
कंप्यूटर का हार्डवेयर सॉफ्टवेयर के अनुसार ही काम करता है | एक ही हार्डवेयर अलग अलग सॉफ्टवेयर निर्देशों के आधार पर अलग अलग कार्य कर सकता है | सॉफ्टवेयर को हम छू नहीं सकते और न ही भौतिक रूप में देख सकते है | इस प्रकार हार्डवेयर कंप्यूटर का शरीर है तो सॉफ्टवेयर उसकी आत्मा है  | 
 
1.2.3 डाटा (data) : - 
  
डाटा कच्चे तथ्यों और सूचनाओं का अव्यवस्थित संकलन है जिससे कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकला जा सकता | 

डाटा दो प्रकार मै विभाजित किया जाता है - 

  1. संख्यात्मक डाटा (न्यूमेरिकल डाटा ) :-   यह अंको से बना डाटा है जिसमे  0,1,2,.......9  तक अंको का प्रयोग किया जाता है | इस तरह के डाटा पर हम अंकगणित क्रियाएं कर सकते है | जैसे विद्यार्थी के प्राप्तांक कर्मचारियों का वेतन आदि | 
  2. चिन्हात्मक डाटा :- इसमें अक्षरों , अंको तथा चिन्हो का प्रयोग किया जाता है जिसमे अंकगणित  क्रियाएं  नहीं की जा सकती पर इनकी तुलना की जा सकती है जैसे कर्मचारियों का पता | 

सुचना (Information)  : - डाटा का उपयोग के आधार पर किये गए विश्लेषण और संकलन के बाद प्राप्त तथ्यों को सुचना कहते है इस प्रकार डाटा अव्यवस्थित तथ्य है जबकि सुचना व्यवस्थित डाटा है जो प्रयोग करने वालों के लिए उपयोगी होता है | 

सुचना प्राप्ति (Information Retrival) : -    
 
आवश्यकतानुसार सुचना को पुनः प्राप्त करने की विधि सुचना कहलाती है | 

डाटा प्रोसेसिंग (data processing):- डाटा का उपियोगिता के आधार पर किया जाने वाला विश्लेषण डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है 

इलेक्टॉनिक डाटा प्रोसेसिंग :- इलेक्टॉनिक विधि से डाटा का विश्लेषण इलेक्टॉनिक  डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है | 
अनुदेश :- कंप्यूटर को कार्य करने के लिए दिए गए आदेशों को अनुदेश कहा जाता है | 
प्रोगाम :- कंप्यूटर को दिए जाने वाले अनुदेशों के समूह को प्रोगाम कहा जाता है | 
सॉफ्टवेयर :- प्रोगाम के समुच्चय को जो कंप्यूटर के विभिन्न किरियावंय के लिए उत्तरदायी होता है सॉफ्टवेयर कहलाता है | 

कंप्यूटर की विशेषता (Characteristics of computer ) :  
  1. गति :- कंप्यूटर एक सेकेंड मै लाखो गणनाये कर सकता है किसी मनुष्य दुवारा पुरे साल मै किये जाने वाले कार्य को कंप्यूटर दुवारा कुछ ही सेकेंड मै कर सकते है | कंप्यूटर प्रोसेसर के स्प्रीट को हार्ड्ज मई मापते है |वर्तमान समय मै कंप्यूटर नेनो सेकेंड मै गणना कर सकता है कंप्यूटर की गति को एक सेकेंड मै प्रोसेस किये गए निर्देशों की संख्या के आधार पर मापा जाता है वर्तमान मै कंप्यूटर एक सेकेंड मै दस लाख से भी अधिक निर्देशों को प्रोसेस कर सकता है अतः कंप्यूटर की गति को MIPS (Million Instructions per sec-ond) मै मापा जाता है | 
  2. स्वचालित : कंप्यूटर  एक सुचलित मशीन है जिसमे गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की सम्भावना नगण्य रहती है | हलाकि कंप्यूटर को करए करने के निर्देश मनुष्य दुवारा ही दिए जाते है पर एक बार आदेश दिए जानने के बाद वह बिना रुके कार्य कर सकता है |  
  3. त्रुटि रहित कार्य (accuracy):- कंप्यूटर की गणना लगभग त्रुटिरहित होती है | गणना के दौरान अगर कोटि त्रुटि पायी जाती  है तो वह प्रोगाम या डाटा मै मानवीय गलतियों के कारण होती है | अगर डाटा और प्रोगाम सही है तो कंप्यूटर हमेशा सही परिणाम ही देता है कभी कभी वायरस के कारण भी कंप्यूटर मै त्रुटिया आ जाती है | 
  4. स्थायी भंडारण क्षमता (permanent storage): कंप्यूटर मै पर्युक्त मेमोरी को डाटा, सुचना और निर्देशों के स्थायी भंडारण के लिए प्रयोग किया जाता है | चुकी कंप्यूटर मै सूचनाएं इलेक्टॉनिक तरीके से संगहित की जाती है अतः सुचना के सामान या नष्ट होने की सम्भावना कम रहती है | 
  5. विशाल भंडारण क्षमता :- कंप्यूटर का बाहा तथा आंतरिक माध्यमों (हार्ड डिस्क, फ्लापी डिस्क, मैग्नेटिक टेप, साड़ी रोम ) मै असीमित डाटा और सूचनाओं का संगहण किया जा सकता है | कंप्यूटर मै सूचनाएं कम स्थान घेरती है अतः इसकी भंडारण क्षमता विशाल और असीमित है | 
  6. भंडारित सुचना को तीव्रगति सुचना से प्राप्त करना (Fast retrieval ):- कंप्यूटर प्रयोग दुवारा कुछ सेकेंड मैँ भंडारित सुचना में से आवश्यक सुचना को प्राप्त किया जा सकता है रैम (RAM Random access memory ) के प्रयोग से यह काम और भी सरल ही गया है | 
  7. जल्द निर्णय लेने की क्षमता (Quick decision ):- कंप्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण कर पूर्व मई दिए गए निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता रखता है | 
  8. विविधताएं :- कंप्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्य संपन्न किये जा सकते है आधुनिक कम्प्यूटरों मै  अलग अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता है | 
  9. पुनरावत्ति :- कंप्यूटर को आदेश देकर एक ही तरह के कार्य बार बार समान विश्वसनीय और तीव्रता से कराये जा सकते है | 
  10. स्फूर्ति :- कंप्यूटर एक मशीन होने के कारण  मानवीय दोषो से रहित है | ऐसे थकान तथा बोरियत महसूस नहीं होती है और हर बार समान क्षमता के कार्य करता है | 
  11.  गोपनीयता :- पासवर्ड के प्रयोग दुवारा कंप्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है पासवर्ड के प्रयोग से कंप्यूटर में रखे डाटा और कार्यक्रमों को केवल पासवर्ड जानने वाला व्यक्ति ही देख या बदल सकता है | 
  12. कार्य की एक रूपता : बार बार तथा लगातार एक ही कार्य करने के बावजूद कंप्यूटर के कार्य की गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है | 
  13. विश्वसनीयता :- कंप्यूटर प्रोसेस के पश्चात् सही व् भरोसेमंद परिणाम देता है तथा गलती की सम्भावना नगण्य होती है | 
  14. काजग के प्रयोग मै कमी :- कंप्यूटर के सही प्रयोग से कागज की खपत मै कमी की जा सकती है जिससे पर्यावरण संरक्षित में भी मदद मिलती है |