1.5. कम्प्यूटर के अनुप्रयोग (Applications of Computer)
कम्प्यूटर का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है। वर्तमान
में, शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं किया
जा रहा है। निम्नलिखित क्षेत्रों में कम्प्यूटर का विभिन्न अनुप्रयोग किया
जा रहा है
(i) डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) : बड़े और विशाल
सांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया
जा रहा है। जनगणना, सांख्यिकीय विश्लेषण, परीक्षाओं के परिणाम
आदि में इसका प्रयोग किया जा रहा है।
• (ii) सूचनाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Infor-
mation) : भंडारण की विभिन्न पद्धतियों के विकास और कम स्थान
घेरने के कारण ये सूचनाओं के आदान-प्रदान के बेहतर माध्यम
साबित हो रहे हैं। इंटरनेट (Internet) के विकास ने तो इसे 'सूचना
का राजमार्ग' (Information Highway) बना दिया है।
(iii) शिक्षा (Education) : मल्टीमीडिया (Multimedia)
के विकास और कम्प्यूटर आधारित शिक्षा ने इसे विद्यार्थियों के लिए
उपयोगी बना दिया है। डिजिटल लाइब्रेरी ने पुस्तकों की सर्वसुलभता
सुनिश्चित की है।
(iv) वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) :
विज्ञान के अनेक जटिल रहस्यों को सुलझाने में कम्प्यूटर की सहायता
ली जा रही है। कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी
संभव हो पाता है।
(v) रेलवे और वायुयान आरक्षण (Railway and Air-
lines Reservation) : कम्प्यूटर की सहायता से किसी भी स्थान से
अन्य स्थानों के रेलवे और वायुयान के टिकट लिये जा सकते हैं तथा
इसमें गलती की संभावना भी नगण्य है।
(vi) बैंक (Bank) : कम्प्यूटर के अनुप्रयोग ने बैकिंग क्षेत्र में
क्रांति ला दी है। एटीएम (ATM-Automatic Teller Machine)
तथा ऑनलाइन बैंकिंग, चेक के भुगतान, इ.सी.एस. (Electronic
Clearing Service), रुपया गिनना तथा पासबुक इंट्री में कम्प्यूटर
का प्रयोग किया जा रहा है।
रोचक तथ्य
हर क्षेत्र में कम्प्यूटर के वृहद अनुप्रयोग के कारण आधुनिक युग
को 'कम्प्यूटर युग' (Computer age) की संज्ञा दी जाती है तथा
कम्प्यूटर आधारित सूचना तकनीक को Information Tech-
nology कहा जाता है।
(vii) चिकित्सा (Medicine) : शरीर के अंदर के रोगों का
पता लगाने, उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्यूटर का विस्तृत
प्रयोग हो रहा है। सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे तथा विभिन्न
जाँच में कम्प्यूटर का प्रयोग हो रहा है।
(viii) रक्षा (Defence) : रक्षा अनुसंधान, वायुयान नियंत्रण,
मिसाइल, रडार आदि में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।
(ix) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी (Space Technology) : कम्प्यूटर
के तीव्र गणना क्षमता के कारण ही ग्रहों, उपग्रहों और अंतरिक्ष की
घटनाओं का सूक्ष्म अध्ययन किया जा सकता है। कृत्रिम उपग्रहों में
भी कम्प्यूटर का विशेष प्रयोग हो रहा है।
(x) संचार (Communication) : आधुनिक संचार व्यवस्था
कम्प्यूटर के प्रयोग के बिना संभव नहीं है। टेलीफोन और इंटरनेट ने
संचार क्रांति को जन्म दिया है। तंतु प्रकाशिकी संचरण (Fiberoptics
communication) में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है।
में
(xi) उद्योग व व्यापार (Industry & Business) : उद्योगों
कम्प्यूटर के प्रयोग से बेहतर गुणवत्ता वाले वस्तुओं का उत्पादन
संभव हो पाया है। व्यापार में कार्यों और स्टाक का लेखा-जोखा
रखने में कम्प्यूटर सहयोगी सिद्ध हुआ है।
(xii) मनोरंजन (Recreation) : सिनेमा, टेलीविजन के
कार्यक्रम, वीडियो गेम में कम्प्यूटर का उपयोग कर प्रभावी मनोरंजन
प्रस्तुत किया जा रहा है। मल्टीमीडिया के प्रयोग ने कम्प्यूटर को
मनोरंजन का उत्तम साधन बना दिया है।
(xiii) प्रकाशन (Publishing) : प्रकाशन और छपाई में
कम्प्यूटर का प्रयोग इसे सुविधाजनक तथा आकर्षक बनाता है।
रेखाचित्रों और ग्राफ का निर्माण अब सुविधाजनक हो गया है।
(xiv) प्रशासन (Administration) : प्रशासन में पारदर्शिता
लाने, सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाने तथा विभिन्न प्रशासनिक
तंत्रों में बेहतर तालमेल के लिए ई-प्रशासन (e-governance) का
उपयोग कम्प्यूटर की सहायता से ही संभव हो पाया है।
क्या आप जानते हैं ?
2 दिसंबर प्रतिवर्ष विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (Computer
Literacy Day) के रूप में मनाया जाता है।
।
(xv) डिजिटल पुस्तकालय (Digital Library) : पुस्तकों
को अंकीय स्वरूप प्रदान कर उन्हें अत्यंत कम स्थान में अधिक समय
के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है। इसे इंटरनेट से जोड़ देने पर
किसी भी स्थान से पुस्तकालय में संग्रहित सूचना को प्राप्त किया जा
सकता है।
आजकल शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा, जिसमें कम्प्यूटर का
प्रयोग नहीं किया जा रहा है। पर्यावरण, पुस्तकालय, यातायात,
पुलिस प्रशासन, मौसम विज्ञान, संगीत, चित्रकला, ज्योतिष, इंजिनियरिंग
डिजाइन आदि अनेक क्षेत्रों में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।
1.6. कम्प्यूटर के अनुप्रयोग के प्रभाव
(Impact of Computerisation)
(i) समय की बचत : चूंकि कम्प्यूटर के कार्य करने की गति
अत्यंत तीव्र है, अतः मनुष्य द्वारा एक साल में पूरा किए जाने वाले कार्यों
को कम्प्यूटर की सहायता से कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है।
(ii) त्रुटि रहित कार्य : कम्प्यूटर के प्रयोग से कार्य में त्रुटि
(error) की संभावना नगण्य हो जाती है। जो त्रुटि होती भी है, वह
गलत डाटा या गलत प्रोग्राम का परिणाम है जिसे पहचान कर सही
किया जा सकता है।
(iii) कार्य की गुणवत्ता : चूंकि कम्प्यूटर हर बार समान
गुणवत्ता से कार्य करता है, अतः बार-बार एक ही कार्य को करने के
पश्चात् भी उत्पाद की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं होता है।
(iv) कागज की बचत : डाटा संग्रहण के इलेक्ट्रानिक
विधियों के उपयोग और उनकी विशाल भंडारण क्षमता के कारण
कम्प्यूटर के प्रयोग से कागज की बचत संभव हो पाती है।
(v) बेरोजगारी : यह कम्प्यूटर के विस्तृत अनुप्रयोग का एक
नकारात्मक प्रभाव है। एक कम्प्यूटर द्वारा सैकड़ों लोगों का कार्य
किया जा सकता है जिससे लोगों की जीविका पर प्रभाव पड़ता है।
परन्तु वैकल्पिक व्यवस्था और समुचित विकास द्वारा इस पर काबू
पाया जा सकता है। दूसरी तरफ, कम्प्यूटर से संबंधित क्षेत्रों में
रोजगार का सृजन भी किया जा सकता है।