2. कम्प्यूटर साक्षरता
(Computer Literacy)
कम्प्यूटर साक्षरता का अर्थ है-कम्प्यूटर और उससे संबंधित
तकनीक का दैनिक जीवन में उपयोग कर पाने में सक्षम होना। एक
कम्प्यूटर साक्षर व्यक्ति कम्प्यूटर की कार्यक्षमता को जानता है तथा
प्रतिदिन के कार्यों के लिए उसे निर्देश दे सकने में सक्षम होता है।
कम्प्यूटर साक्षरता को डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) भी
कहा जाता है।
2.1. एन्ड यूजर (End User )
परंतु
वह व्यक्ति जो प्रायः कम्प्यूटर का विशेषज्ञ नहीं होता,
दैनिक जीवन में कम्प्यूटर और उससे संबंधित तकनीक तथा प्राप्त
सूचना का उपयोग करता है, एन्ड यूजर कहलाता है। कम्प्यूटर
हार्डवेयर तथा उसके एप्लिकेशन एन्ड यूजर को ध्यान में रखकर ही
बनाए जाते हैं।
2.2. डिजिटल डिवाइड (Digital Devide)
दैनिक जीवन में कम्प्यूटर का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। फिर
भी विश्व के अधिकांश लोगों तक कम्प्यूटर का लाभ नहीं पहुंचा है।
कम्प्यूटर तथा इससे संबंधित तकनीक का उपयोग करने वालों तथा
इससे वंचित लोगों के बीच का अंतर डिजिटल डिवाइड कहलाता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्व में 47% लोग इंटरनेट सेवा
का उपयोग करते हैं, जबकि भारत में केवल 30% लोगों तक
इंटरनेट की पहुंच है। हालांकि इंटरनेट सेवा का उपयोग करने वालों
की संख्या के हिसाब से भारत चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।
रोचक तथ्य
भारत में पहला कम्प्यूटर भारतीय सांख्यिकी संस्थान (In-
dian Statistical Institute) कलकत्ता में सन 1956 में स्थापित
किया गया था।